Std 9 Hindi ch :- 2 swadhyay solution

Std 9 Hindi ch :- 2 swadhyay solution :




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Q - 1. निम्नलखित प्रश्नों के एक-एक वाक्य में उतर लिखिए :

(1) शिशुपालने अपने घर का दरवाजा क्यों खोल दिया ?
उत्तर :- शिशुपालने अपने घर शाम को अतिथि आश्रय के लिए आया देखकर घर का दरवाजा खोल दिया l

(2) शिशुपाल किस अवसर की तलाश में था ?
उत्तर :- शिशुपाल सच्चा न्याय कैसे दिया जाता है यह दिखाने के अवसर की तलाश में था l

(3) न्याय के विषय में शिशुपाल के क्या विचार थे ?
उत्तर :- न्याय के विषय में शिशुपाल मानता था की न्याय ऐसा हो कि कोई अपराध करने का साहस न कर सके l

(4) परदेशी कौन था ? उसने दुसरे दिन क्या किया ?
उत्तर :- परदेशी सम्राट अशोक था l उसने दुसरे दिन सुबह-उठकर शिशुपाल को धन्यवाद देकर उससे विदा ली l

(5) सम्राट अशोक ने शिशुपाल को राजमुद्रा क्यों दी ?
उत्तर :- सम्राट अशोक ने शिशुपाल को न्यायमंत्री पद पर रखते हुए राजमुद्रा दी l

(6) राज्य में न्याय के विषय में परिस्थितियों कैसे बदल गई ?
उत्तर :- शिशुपाल की नियुक्ति होते ही राज्य में शांति रहने लगी l किसी को कोई भय न रहा ऐसी परिस्थितियों बदल गई l

(7) पहरेदार की हत्या होने पर शिशुपाल की स्थिति कैसी हो गई ?
उत्तर :- पहरेदार की हत्या होने पर शिशुपाल की नींद उड़ गई और अपराधी का पता लगाने के लिए दिन-रात एक कर दिए l

(8) अपराधी का पता चलने पर शिशुपाल ने क्या किया ?
उत्तर :- अपराधी का पता चलने पर शिशुपाल ने सम्राट अशोक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया l

Q - 2. निम्नलिखित प्रश्नों के विस्तारपूर्वक उतर लिखिए :

(1) सम्राट अशोक ने न्यायमंत्री की खोज कैसे की ?
उत्तर :- राज्य को अपराधमुक्त करने के लिए अच्छे न्यायमंत्री की जरुरत थी l तो सम्राट अशोक ने परदेशी का वेशधारण किया अचानक शिशुपाल के घर पहुँचे जो न्यायप्रेमी था l शिशुपाल को न्याय दिखाने का अवसर नहीं मिला था l सम्राट अशोक ने उसे अवसर दिया l उन्होंने हत्या के आरोपी सम्राट अशोक को मृत्युदंड देने की घोषणा की l उसके साहस और निष्पक्ष व्यवहार से सम्राट खुश हुए l
  इस तरह सम्राट अशोक ने सही न्यायमंत्री की खोज की l

(2) सम्राट अशोक ने न्यायमंत्री का पद देते हुए शिशुपाल को क्या दिया ?
उत्तर :- सम्राट अशोक ने शिशुपाल को अपने दरबार में बुलाया l उन्होंने शिशुपाल से कहा की में आपको न्याय करने का अवसर देना चाहता हूँ l शिशुपाल भी इस अवसर के नी तैयार था l यह जानकर सम्राट ने उन्हें न्यायमंत्री बनाया और पहचानने के लिए उसे राजमुद्रा दी l

(3) सम्राट अशोक क्यों गदगद हो गए ?
उत्तर :- सम्राट अशोक ने देखा की न्याय की कसोटी पर खरा उतरा था शिशुपाल l खुद सम्राट अशोक को अपराधी जानकर मृत्युदंड देने की घोषणा की l दंड देते समय जरा भी हिचकियाट नहीं दिखाई l अपने अदम्य साहस व्यवहार से सम्राट का दिल जित लिया l
  इस तरह न्यायमंत्री शिशुपाल को सफल होते देखकर सम्राट अशोक गदगद हो गए l

(4) न्यायमंत्री ने अपराधी सम्राट के जीवन की रक्षा किस प्रकार की ?
उत्तर :- सम्राट अशोक ने राजकर्मचारी की हत्या की थी l जिससे शिशुपालने उन्हें मृत्युदंड देने की घोषणा की l शास्त्रों में राजा को इश्वर माना गया है l इसलिए उसे केवल ईश्वर ही दंड दे सकता है l न्यायमंत्री ने सम्राट की जगह सोने की मूर्ति को फांसी पर लटकवा दिया l
  इस तरह न्यायमंत्री ने अपराधी सम्राट के जीवन की रक्षा की l

(5) न्यायमंत्री निरुतर क्यों हो गए ?
उत्तर :- शिशुपाल न्याय के पद पर खरे उतरे थे l सम्राट ऐसे व्यकित को पाकर गदगद हो गए l लोगो ने भी जयकार की l परंतु शिशुपाल को लगा की अब यह जिम्मेदारी उनसे नहीं संभाली जाएगी l उन्होंने राजमुद्रा सम्राट को वापस की l परंतु अशोक ने कहा की न्यायपूर्ण व्यवहार से मेरी आँखे खोल दी है l यह जिम्मेदारी उनके सिवा कोई और नहीं संभाल सकता l
  सम्राट की यह बाते सुनकर न्यायमंत्री मिरुतर हो गए l

Q - 3. निम्नलिखित विधान कौन कहता है ? क्यों ?

(1) “यह मेरा सौभाग्य है l"
उत्तर :- यह विधान शिशुपाल परदेशी युवक से कहता है , क्योंकि शिशुपाल अतिथि का सत्कार करना अपना कर्तव्य समझता था l


(2) “दोष निकालना तो सुगम है, परंतु कुछ कर दिखाना कठिन है l"
उत्तर :- यह विधान परदेशी युवक शिशुपाल से कहता है l क्योंकि शिशुपाल उससे सम्राट अशोक के राज्य में हो रहे अन्याय की शिकायत करता है l

(3) “बाह्मण के लिए कुछ भी कठिन नहीं है l में न्याय का डंका बजाकर दिखा दूँगा l"
उत्तर :- यह विधान शिशुपाल परदेशी युवक से कहता है क्योंकि परदेशी युवक उससे राज्य की अपराधमुक्त करने का वचन लेना चाहता है l

(4) “तो तुम अपराध स्वीकार करते हो l"
उत्तर :- शिशुपाल सम्राट अशोक से कहता है क्योंकि उसने पहरेदार की हत्या की थी l

(5) ‘महाराज यह राजमुद्रा वापस ले ले, मुझसे यह बोझ नहीं उठाया जाएगा l"
उत्तर :- यह विधान शिशुपाल सम्राट अशोक से कहता है क्योंकि उसे लगता है की वह न्यायमंत्री की जिम्मेदारी नहीं संभाल पाएगा l

Q - 4. विरोधी शब्द दीजिए :

(1) परदेशी
उत्तर :- स्वदेशी

(2) आदर
उत्तर :- अनादर

(3) अपराधी
उत्तर :- निरपराधी

(4) सुप्रबंध
उत्तर :- कृप्रबंध

(5) गिरफ्तार
उत्तर :- मुक्ति

(6) स्वीकार
उत्तर :- अस्वीकार

Q - 5. समानार्थी शब्द दीजिए :

(1) अतिथि
उत्तर :- मेहमान

(2) सुगम
उत्तर :- सरल

(3) कठिन

उत्तर :- मुशिकल

(4) हैरान
उत्तर :- चकित

(5) नि:स्तब्धता
उत्तर :- शांति

(6) निरुतर
उत्तर :- खामोश

Q - 6. सोचकर बताईए :

(1) आप न्यायमंत्री होते क्या करते ?
उत्तर :- मै न्यायमंत्री होता तो शिशुपाल जैसा करता l

(2) सम्राट अशोक की आँखे किस कारण खुल गई ?
उत्तर :- क्योंकि शिशुपालने उसे दिखा दिया की सच्चा न्याय किसे कहते है l

(3) शिशुपाल के साहस की सम्राट अशोक ने क्यों प्रशंसा की ?
उत्तर :- क्योंकि खुद सम्राट को मृत्युदंड की सजा सुनायी उसकी इस निष्पक्षता और साहस की सम्राट अशोक ने प्रशंसा की l

Q - 7. न्यायमंत्री के रूप में शिशुपाल को धोषित करते हुए सम्राट अशोक ने उसे राजमुद्रा दी l इसका अर्थ है ....

(1) न्यायमंत्री के रूप में शिशुपाल को धोषित करते हुए सम्राट अशोक ने उसे राजमुद्रा दी l इसका अर्थ है ....
उत्तर :- यह तुम्हारे न्यायमंत्री होने की पहचान है

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